रिटायरमेंट प्लानिंग एक ऐसी फाइनेंसियल प्लानिंग है जो हमे काफ़ी लंबे समय तक करना होता है लेकिन इसके परिणाम बहुत अच्छे होते है। आइये हम लोग इस आर्टिकल में रिटायरमेंट प्लानिंग के बारे में सब कुछ जानेगे, जैसे की रिटायरमेंट प्लानिंग क्यों ज़रूरी है? रिटायरमेट प्लानिंग करते समय किन बातो का आप ध्यान रखेगे? साथ ही रिटायरमेंट प्लानिंग के अलग अलग ऑप्शन जो आपके गोल के अनुसार आपको बेहतर रिटर्न निकालकर दे सके। साथ ही मैंने आप सभी के लिए कुछ ज़रूरी वीडियो भी लगा रखी है जो मेरे YouTube channel से ली गई है। उनको आप देखकर और बेहतर तरीक़े से समझ सकते है।
Retirement Planning क्या है?
रिटायरमेंट प्लानिंग का सीधा मतलब है ही आप आज के दिन भविष्य में आने वाले सपनों को पूरा करना। यानी की आपकी फिजिकल स्ट्रेंथ कम होने पर आपको फाइनेंसियल रूप से मज़बूत बनाना। रिटायरमेंट प्लानिंग में हम भविष्य की सारी ज़रूरतों को ध्यान में रखते है और उसी के हिसाब से हम निवेश के विक्पलो की तलाश करते है। और अपने लिए सबसे बेहतर निवेश मिलने के बाद उस योजना या इन्वेस्टमेंट ऑप्शन में निवेश कर अपने फाइनेंसियल गोल को अचीव करते है।
Retirement प्लानिंग क्यों है ज़रूरी?
कही भी निवेश या कही पर भी आपके पैसे अगर इन्वॉल्व है तो आपको यह जानना ज़रूरी है आख़िर क्यों है ज़रूरी ये स्टेप लेना? आइये समझते है कि क्यों है ज़रूरी रिटायरमेंट प्लानिंग?
Retire Early
रिटायरमेंट प्लानिंग में सबसे अच्छी बात ये है कि ये आपको यह फाइनेंसियल फ्री कर देता है और आप अपने काम से आज़ादी ले सकते हो और अपने सपनों को पूरा कर सकते है। यानी की हम जो साँठ साल के उम्र मानते है की हमारी यही रिटायरमेंट ऐज है। उस उम्र से पहले ही हम रिटायर हो सकते है।
Increase Your Life (लंबे समय तक जीना)
आप सभी को पता है कि चिंता चिता के समान होती है। यानी की हम जितना स्ट्रेस लेंगे हमारी लाइफ कम होती है। इसलिए अगर आप अपनी लाइफ से स्ट्रेस हो हटाना चाहते है तो आपको फाइनेंसियल प्लानिंग को सही करना होगा जिसमे रिटायरमेंट प्लानिंग आपकी मदद करेगा और फाइनेंसियल स्ट्रेस से आपको राहत देगा।
Medical Expense in Old Age (इलाज महगा होना)
वैसे तो सरकार की तरफ़ से कुछ योजनावो का लाभ आप सभी को मिलता है। पर आप सभी को पता है कि बहुत सारे राज्यो में सरकारी अस्पतालों की क्या हालत है और यही भविष्य में भी बना रहा तो आपको प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ेगे। और सभी को इस बारे में भी पता है कि प्राइवेट या निजी अस्पतालों में किस तरह के खर्चे आते है। इन सब चीजो से बाहर आने के लिए आपको अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग करनी चाहिए।
To Fulfil Your Retirement Goal (अपने रिटायरमेंट गोल को पूरा करना)
रिटायरमेंट प्लानिंग आपके अलग अलग रिटायरमेंट गोल्स को पूरा करने में मदद करता है। जैसे की अगर आपको World Tour पे जाना है, आपको ख़ुद का एक घर ख़रीदना है। आपको कोई बिज़नेस शुरू करना है, ऐसे ही तमाम तरीक़े के गोल पूरा करने में रिटायरमेंट प्लानिंग मदद करती है।
Maintaining Your Lifestyle
जिस तरीक़े से हम सबकी ज़रूरते बड़ रही है उसी के साथ अपनी लाइफ स्टाइल को मैंटेन करने के लिए खर्चे बड़ रहे है। जिसका मुख्य कारण है इंफ़ल्शन यानी की ये आपके रुपयों की वैल्यू आने वाले सालों में कम करता जाएगा। यानी की अगर आप आज एक लाख में अपनी लाइफ स्टाइल को मैंटेन कर रहे है तो आने वाले बीस साल बाद आपको यही लाइफ स्टाइल मैंटेन करने के लिए दस से बारह लाख रुपए की ज़रूरत पड़ेगी। इसलिए भी आपको अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग ज़रूरी हो जाती है।
Saving For Children and Family (बच्चों और परिवार का भविष्य सुरक्षित करना)
रिटायरमेंट प्लानिंग कर के आप केवल अपने ही नहीं आप अपने बच्चों के भविष्य को भी सुरक्षित करते हो। यानी की जो लोग भी आपके ऊपर निर्भर है आपके ना होने के बाद आपके जमा किए आज के थोड़े-थोड़े पैसे उनको सुरक्षित भविष्य की गारण्टी देंगे। और उन्हें किसी तरह की फाइनेंसियल बर्डन से नहीं गुजरना पड़ेगा।
Financial Independence (आर्थिक स्वतंत्रता)
फाइनेंसियल फ्रीडम किसे नहीं पसंद, अगर आप अभी कुछ रुपए कमा रहे है तो
रिटायरमेंट प्लानिंग कैसे करे ?
यहाँ कुछ स्टेप्स है जो आपको रिटायरमेंट प्लानिंग में मदद कर सकते हैं
Step 1: अपने लक्ष्य निर्धारित करें
• रिटायरमेंट में कितना पैसा चाहिए?
• आपके खर्चे क्या होंगे?
• आपके लक्ष्य क्या हैं?
Step 2: पैसा जमा करें
• हर महीने कुछ पैसा अलग रखें।
• इस पैसे को सुरक्षित निवेश में लगाएं।
Step 3: आपातकालीन ( Emergency) फंड बनाएं
• 3-6 महीने के खर्चों के लिए पैसा जमा करें।
• इस फंड का उपयोग केवल आपातकालीन स्थितियों में करें।
Step 4 : रिटायरमेंट अकाउंट खोलें
रिटायरमेंट के लिए पैसा जमा करने के लिए आपको एक अकाउंट खोलना होगा। जिसे आप रिटायरमेंट अकाउंट की तरह समझगे। इसके लिए बहुत से निवेश के विकल्प है, कुछ जरुरी निवेश जो नीचे बताये है गई इनको आप देख सकते है।
1. पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) PPF
• सरकार की योजना
• निश्चित ब्याज
• टैक्स में छूट
2.एनपीएस (नेशनल पेंशन सिस्टम) NPS
• सरकार की योजना
• निश्चित ब्याज
• टैक्स में छूट
• पेंशन की सुविधा
- पेंशन प्लान
• बीमा कंपनियों की योजना
• निश्चित ब्याज
• टैक्स में छूट
• पेंशन की सुविधा
- म्यूचुअल फंड (Mutual funds)
• निवेश के लिए विकल्प
• बाजार आधारित रिटर्न
• टैक्स में छूट
इनमें से चुनें और अपने भविष्य के लिए पैसा जमा करें!
कैसे खोलें:
1. बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन में जाएं
2. फॉर्म भरें और दस्तावेज जमा करें
3. अकाउंट खोलने की प्रक्रिया पूरी करें
आप किसी फाइनेंसियल एडवाइज़र से भी सलाह ले सकते है
Step 5: नियमित जमा करें
• हर महीने अपने रिटायरमेंट फंड में पैसा जमा करें।
• अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पैसा जमा करें।
इन चरणों का पालन करके, आप अपने रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित और स्थिर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
रिटायरमेंट प्लानिंग के फायदे:
1. आर्थिक सुरक्षा: रिटायरमेंट प्लानिंग आपको आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे आपके भविष्य की चिंता नहीं रहती।
2. सुखी जीवन: रिटायरमेंट प्लानिंग आपको सुखी जीवन का आनंद लेने में मदद करती है, जिससे आप अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
3. तनाव-मुक्त जीवन: रिटायरमेंट प्लानिंग आपको तनाव-मुक्त जीवन का आनंद लेने में मदद करती है, जिससे आप अपने जीवन के हर पल का आनंद ले सकते हैं।
एक उदाहरण के माध्यम से समझते है कि रिटायरमेंट प्लानिंग से सुरक्षा कैसे मिल सकती है :
रोहन नाम के एक व्यक्ति ने 30 साल की उम्र में रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू की। उन्होंने हर महीने 10,000 रुपये की बचत की और उसे उच्च रिटर्न वाले निवेश में लगाया। 60 साल की उम्र में रोहन के पास 1 करोड़ रुपये का रिटायरमेंट फंड था, जिससे उन्हें अपने जीवन के आखिरी वर्षों में आर्थिक सुरक्षा मिली।
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए टिप्स:
1. जल्दी शुरू करें: रिटायरमेंट प्लानिंग जल्दी शुरू करने से आपको अधिक समय मिलता है और आपके पैसे को बढ़ने का मौका मिलता है।
2. नियमित बचत करें: हर महीने कुछ पैसा अलग रखें और उसे रिटायरमेंट फंड में जमा करें।
3. निवेश करें: अपने पैसे को सुरक्षित और उच्च रिटर्न वाले निवेश विकल्पों में लगाएं।
रिटायरमेंट प्लानिंग में होने वाली आम गलतियाँ:
1. देर से शुरुआत: रिटायरमेंट प्लानिंग में देर से शुरुआत करने से आपको कम समय मिलता है और आपके पैसे को बढ़ने का मौका कम होता है।
2. अपर्याप्त बचत: रिटायरमेंट के लिए पर्याप्त पैसा नहीं जमा करने से आपको आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं।
3. खराब निवेश विकल्प: अपने पैसे को गलत निवेश विकल्पों में लगाने से आपको नुकसान हो सकता है।
निष्कर्ष :
रिटायरमेंट प्लानिंग एक सपना है जो आपके भविष्य को सुरक्षित बनाता है। तो आज ही रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू करें और अपने सपनों को सच करें और एक सुखी जीवन की ओर कदम बढ़ाए ।
FAQs:
रिटायरमेंट प्लानिंग कैसे करें?
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए फाइनेंशियल लक्ष्य निर्धारित करें, इन्वेस्टमेंट करें, इमरजेंसी फंड बनाएं, रिटायरमेंट अकाउंट खोलें, और नियमित बचत करें।
रिटायरमेंट प्लानिंग के फायदे क्या हैं?
रिटायरमेंट प्लानिंग के फायदे आर्थिक सुरक्षा, सुखी जीवन, और तनाव-मुक्त जीवन हैं।
रिटायरमेंट प्लानिंग कब शुरू करनी चाहिए?
रिटायरमेंट प्लानिंग जल्दी शुरू करना चाहिए, ताकि आपको अधिक समय मिले और आपके पैसे को बढ़ने का मौका मिले।
रिटायरमेंट प्लानिंग में क्या गलतियाँ हो सकती है?
रिटायरमेंट प्लानिंग में देर से शुरुआत, अपर्याप्त बचत, और खराब निवेश विकल्प गलतियाँ हो सकती हैं।
रिटायरमेंट प्लानिंग में फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह क्यों लेनी चाहिए?
रिटायरमेंट प्लानिंग में फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह लेने से आपको अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।