हेल्लो दोस्तों, न्यू इयर हम सभी के सामने है और हमे यह पता होना चाहिए की हमे ज्यादा रिटर्न कमाने के लिए कहा निवेश करना चाहिए? तो दोस्त पोस्ट ऑफिस आपके सभी सवालो का जवाब है | मैने हाल ही में कुछ और पोस्ट लिखे है पोस्ट ऑफिस में इन्वेस्टमेंट को लेकर आप उनको भी जरुर पढ़िएगा |
तो सवाल ये आता है की क्या हमे 2020 में पोस्ट ऑफिस में निवेश करना चाहिए?
इस सवाल का एक आसान सा उत्तर है, जी हा 2020 में पोस्ट ऑफिस निवेश आप, सभी के लिए एक अच्हा आप्शन है निवेश के पॉइंट ऑफ़ व्यू से |
चलिए इस सवाल का जवाब हम लोग विस्तार में समझते है | उससे पहले आप इस आर्टिकल की समरी को पद ले जिससे आपको क्लियर हो पाए की आगे हम क्या जानने वाले है |
इस आर्टिकल का सारांश:
अगर आप पोस्ट ऑफिस में निवेश करते है तो आपको बैंक की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलने की पूरी संभावना है | इसका कारण है बैंक की कम होती ब्याजदर | कम होती ब्याजदर का कारण है, रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से कम होती रेपो रेट | जिस कारण केवल एक ही आप्शन आता है जिसमे आप सेफ और अच्हा रिटर्न कमा सकते है | चलिए अब पुरे आर्टिकल को आप देखिये और जानिए की पोस्ट ऑफिस में निवेश करना 2020 में जरुरी क्यू है ?
इस आर्टिकल में कवर किये हुए पॉइंट्स :
- पोस्ट ऑफिस निवेश क्या है ?
- पोस्ट ऑफिस में कैसे निवेश करे?
- पोस्ट ऑफिस में निवेश क्यों जरुरी है ?
- पोस्ट ऑफिस में निवेश के आप्शन क्या है ?
चलिए हर एक पॉइंट्स को विस्तार में समझते है :
पोस्ट ऑफिस निवेश क्या है?
पोस्ट ऑफिस, भारत सरकार की तरफ से चलाई जा रही पोस्टल सेवा या सर्विस है | इसके साथ ही पोस्ट ऑफिस एक बड़े स्तर पर निवेश का साधन भी है | जिसमे हर तरह के निवेश सामिल है |
जैसा की मैने आप सभी को बताया की यह एक सरकारी पोस्टल सेवा है और जो भी निवेश पोस्ट ऑफिस के साथ किया जाता है पोस्ट ऑफिस में उसकी 100% रिटर्न की सुरक्षा मिलती है | पोस्ट ऑफिस में निवेश करते है तो आप 4% से लेकर 9% तक का ब्याज बिना कैपिटल पर रिस्क के कमा सकते है |
पोस्ट ऑफिस में कैसे निवेश करे?
पोस्ट ऑफिस में निवेश करना बहुत ही आसान है | अगर आपके नजदीक कोई भी पोस्ट ऑफिस है तो आप वह विजिट करके को भी पोस्ट ऑफिस की योजना के लिए आवेदन कर सकते है | पर रुकिए उससे पहले आप पोस्ट ऑफिस निवेश के बारे में तो जान लीजिये की क्यों जरुरी है पोस्ट ऑफिस में निवेश साल 2020 में ?
पोस्ट ऑफिस में निवेश क्यों जरुरी है?
पोस्ट ऑफिस में निवेश क्यों जरुरी है इस बात को समझने के लिए मै आपको बैंक के कुछ काम करने के तरीको को बताता हु:
बैंक की मेन कमाई कहा से होती है? यह जानने की कोशिस की की है आपने | चलिए मै आपको बताता हु | बैंक के दो मुख्य सोर्स है कमाई के और वो है वो हमारे पैसो को लेकर हमारे जैसो और कॉर्पोरेट जगत को कर्ज (loan) देती है | और दुसरे वो कम ब्याज पर पैसा रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया से लेती है और फिर हमारे बीच उन पैसो को ज्यादा ब्याज पर देती है |
अब आप ये सोच सकते है की आपके पैसे बैंक के पास कहा से आ गए | तो दोस्तों आपका बैंक में सेविंग अकाउंट होगा और कुछ बैंक्स की भी योजनाये (फिक्स्ड डिपाजिट, आर डी इत्यादि ) होती है | तो यहाँ से हम बैंक को पैसा देते है और बैंक्स हमे उन पैसो पर 3-3.50% का ब्याज देती है, अगर सेविंग अकाउंट है तो और अगर किसी इतर स्कीम में खता खोलते है तोह 4-7% ब्याज देती है | और इन्ही पैसो को वो दोबारा लोन के रूप में हमे दे के अच्हा पैसा कमाती है | और अब बात कीजिए रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की तो रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया देश उपलब्द सभी बैंक को कर्ज देती है कम ब्याज दर पर और बैंक उन पैसो को लेकर फिर हमारे बिच ज्यादा ब्याज पर पैसो को कर्ज के रूप में देती है | और जिस ब्याज दर पर रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया कर्ज देती है उसे बैंक की भाषा में रेपो रेट कहा जाता है |
अब इतना लम्बा आर्टिकल आपका पडने और मुझे आपके लिए लिखने में थोडा समय तो लगा ही पर इसका रिजल्ट ये है की आप बैंकिंग सिस्टम को थोडा समझ गए है |
अब बात आती है की क्यों मैंने ये बैंकिंग सिस्टम आपको क्यों बताया तो देखिये बैंक जैसा की रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया से आपको कर्ज लेकर लोन बताते है और हमारे पैसो को भी लेकर हमारे बीच लोन देते है | तो रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया का रेपो रेट जितना कम होगा बैंक उतना ही सस्ता लोन देंगे यानि की रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने अपने रेपो रेट में कमी की तो बैंक से मिलने वाले कार लोन, पर्सनल लोन, होम लोन, इत्यादि भी सस्ते होंगे |
पर आपके मन में ये सवाल होगा की रेपो रेट के कम होना तो अच्हा है तो रवि मै आपका समय क्यू खराब कर रहा | तो दोस्तों रेपो रेट कम हुआ तो बैंक के लोन भी सस्ते हुए और हमसे जो पैसा लेकर (सेविंग अकाउंट, फिक्स्ड डिपाजिट, रेकरिंग डिपाजिट) बिज़नस कर रही है बैंक तो वो भी सस्ता कर देगी यानि की ब्याज कम कर देगी |
अब आप फिर कंफ्यूज हो गए होंगे की बैंक ब्याज क्यू कम कर देगी तो आपको बता दे रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने हाल ही में एक नए नियम के मुताबिक बैंक्स के लोन रेपो रेट से लिंक्ड होने चाहिए | जिससे होगा क्या दोस्तों की बैंक अपना घाटा सह कर तो आपको आपके बैंक डिपाजिट पर ब्याज तो देगी नहीं | क्योकि जब रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया बैंक के बारे में नहीं सोच रहा तो बैंक आपके बारे में क्यू सोचे |
मेरे ख्याल से आप समझ गए होंगे की आखिर क्यू जरुरत पड़ी है इस आर्टिकल को लिखने का | जाहिर सी बात है की अगर रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया 2020 में और रेपो रेट कम करती है तो आपकी बैंक के डिपाजिट स्कीम पर भी ब्याज दरे कम हो जाएगी | और ऐसा होने की पूरी सम्भंवाना है क्यों की बैंक ने इसके संकेत दिसम्बर 2019 में दिए थे |
अगर हम चाहते है की हमारे निवेश किये हुए पैसो पर रिस्क ना हो तो हम शेयर बाज़ार की तरफ ना जाकर बैंक के डिपाजिट स्कीम की तरफ जाते है | अब जब बैंक की डिपाजिट स्कीम में ब्याज दरे कम होंगी तो एक ही आप्शन और बचता है पोस्ट ऑफिस जहा पर हमारे पुरे कैपिटल पर रिटर्न की गारंटी होती है |
तो दोस्तों 2020 में इसलिए जरुरी है की आप पोस्ट ऑफिस में निवेश करे |
पोस्ट ऑफिस में निवेश के आप्शन क्या है ?
पोस्ट ऑफिस हर तरह के निवेश ले कर आप सभी के सामने है, बस आप लोगो को यह समझना होगा की आप कहा निवेश करना चाहते है ?
मै आपको बता दू पोस्ट ऑफिस में आप फिक्स्ड डिपाजिट खोल सकते है, रेकरिंग डिपाजिट, और पोस्ट ऑफिस की सबसे बेहतरीन निवेश पब्लिक प्रोविदेंद फण्ड जो आपको टैक्स बचत के साथ लॉन्ग टर्म में बेहतरीन कैपिटल बना के देती है 8% के ब्याज पर |
पोस्ट ऑफिस की ब्याज सारी योजनावो की ब्याज दरे निचे है आप एक बार देख ले और बैंक से तुलना कर ले:
स्कीम | पहले ब्याज | अब ब्याज | कम्पाउंडिंग |
---|---|---|---|
1 साल का टाइम डिपॉजिट (TD) | 6.6 | 6.8 | तिमाही |
2 साल का टाइम डिपॉजिट (TD) | 6.7 | 6.9 | तिमाही |
3 साल का टाइम डिपॉजिट (TD) | 6.9 | 7.1 | तिमाही |
5 साल का टाइम डिपॉजिट (TD) | 7.4 | 7.7 | तिमाही |
5 साल रिकरिंग डिपॉजिट (RD) | 6.9 | 7.2 | तिमाही |
5 साल सीनियर सीटिजन सेविंग स्कीम | 8.3 | 8.6 | तिमाही और भुगतान |
5 साल मंथली इनकम अकाउंट | 7.3 | 7.6 | मासिक और भुगतान |
5 साल नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) | 7.6 | 8.0 | सालाना |
PPF स्कीम | 7.6 | 7.9 | सालाना |
किसान विकास पत्र (KVP) | 7.3 (मेच्यौरिटी पीरियड- 118 माह ) | 7.6 (मेच्यौरिटी पीरियड- 112 माह ) | सालाना |
पोस्ट ऑफिस की सभी योजना में आपको सरकार पूरी सुरक्षा देती है अगर किसी वजह से पोस्ट ऑफिस का दिवालिया भी निकल जाये तो भी आपके पैसे पोस्ट ऑफिस सुरक्षित है | इसलिए आपको अपने कैपिटल लोस हनी की कोई चिंता नहीं होनी चाहिए | और बैंक में यही सुरक्षा केवल 1 लाख रूपए पर मिलती है |
मुझे उम्मीद है की मै आपको समझा पाया अपनी राय और अपने क्वेश्चन को नीचे कमेंट बॉक्स में लिखे |
आपका धन्यवाद