नमस्कार दोस्तों इस लेख में आप जानेगे की आप कैसे अपनी जीवन बिमा या हेल्थ बिमा को दूसरी बिमा पालिसी में पोर्ट कर सकते है?
क्या होता है बिमा पालिसी को पोर्ट करना?
बिमा पालिसी को पोर्ट करना और समझना की पोर्ट क्या है, इसके लिए आपको मै आपको याद दिलाना चाहुगा अभी की हाल में हुई आपके फ़ोन में सिम कार्ड को पोर्ट कराना किसी दुसरे कंपनी के सिम कार्ड पर. जिसका मतलब है की आपकी सिम नंबर तो वही रहेगी पर आपकी कंपनी बदल जाती है. ठीक इसी तरह आपके बिमा पालिसी के साथ भी है अगर आप अपनी बिमा पालिसी से संतुस्ट नहीं है तो आप किसी और इन्सुरांस कंपनी और बिमा कंपनी में अपनी बिमा पालिसी को पोर्ट कर सकते है या अपनी इस्नुरांस कंपनी को बदल सकते है बिना अपने बिमा के लाभ को कम किये. पर रुकिए, यह सिम कार्ड के पोर्ट की तरह आसन नहीं है, मतलब की अगर आप पोर्ट करना चाहते है अपने बिमा पालिसी को तो जरुरी नहीं की दूसरी बिमा कंपनी आपके पोर्ट को पास कर दे. हम लोग इन्ही सभी विकल्पों पे चर्चा करेगे की, आप कैसे अपनी पालिसी को पोर्ट करे? आपको कब अपनी बिमा पालिसी को बदलना चाहिए? आपको किन बातो का ध्यान रखना चाहिए अगर आप अपनी बिमा पालिसी को दूसरी कम्पनी में पोर्ट करने जा रहे है? तो चलिए हम लोग थोडा विस्तार में इन सभी को समझते है.
क्यों जरुरी है अपनी बिमा पालिसी को पोर्ट करना?
अगर ये प्रशन आया है आपके दिमाग में तो आप लोग बिलकुल सही लेख पढ़ रहे है. क्योकि दोस्तों बिमा पालिसी को पोर्ट करवाना हमारे लिए कभी कभी बहुत जरुरी हो जाता है. आइये हम लोग कुछ बिन्दुवो में समझते है की क्यों जरुरी है किसी भी बिमा पालिसी को पोर्ट करवाना?
- बिमा पालिसी का प्रीमियम: अब ये बहुत ज्यादा जरुरी है की आपकी बिमा कम्पनी कितना प्रीमियम की मांग कर रही है और उस प्रीमियम में आपको किस तरह का लाभ दे रही है. अगर वही लाभ दूसरी बिमा कंपनी में जायदा और आपकी बिमा कंपनी में कम हो तो अपने बिमा पालिसी को पोर्ट करवाना जरुरी हो जाता है.
- बिमा पालिसी का कवर: यह बहुत जरुरी है की आपको बिमा कंपनी आपको सभी कवर की जानकरी सही तरीके से दे. कई बार क्या होता है की आपकी बिमा कंपनी आपसे बिमा खरीदवाने के लिए बहुत सारे लुभावने कवर दिखाती है पर जब बिमा पालिसी खरीद लेते है तो वो पालिसी के सारे कवर की जानकारी नहीं देती. जैसे की ऐड ऑन सुविधा की जानकारी, बिमा पालिसी में मिलने वाला अतरिक्त लाभ इत्यादि.
- प्लान की पुरी जानकारी ना देना: बिमा कंपनी पालिसी के कुछ लाभों को छुपाती है जैसे है में आपको समझाना चाहू की आपको 10 लाख का कवर चाहिए और आपको उसकी कवर के प्रीमियम पेय 50 लाख का कवर मिल रहा हो और बिमा कंपनी आपसे ये बात छुपा लेती है और आपको बाद में पता चलता है की इस्सी प्रीमियम में आपको दूसरी कंपनी 50 लाख का कवर दे रही है. और यह सबसे बड़ा कारन बन जाता है अपनी बिमा पालिसी को पोर्ट करवाने का.
ऐसे ही और भी बहुत से कारण है जो आपके हो सकते है और आप अपनी बिमा पालिसी को किसी दूसरी कंपनी की बिमा पालिसी में बदलवाना चाहते हो. अब हम लोग जानते है की आपको कैसे अपनी अपनी बिमा पालिसी को पोर्ट करवाना है?
किसी पोर्ट होगी बिमा पालिसी?
अपनी बिमा पालिसी को पोर्ट करने के लिए आप लोग सबसे पहले अपने उस बिमा कंपनी में जाइये जिस बिमा कंपनी में आप लोग अपनी बिमा पालिसी को पोर्ट करवाना चाहते है. वह पहुच कर आप अक पोर्ट का फॉर्म प्राप्त करे और उससे लेकर भरे और उस फॉर्म को उस्सी बिमा कंपनी में जमा कर दे और अब जो भी काम होगा आपकी बिमा कंपनी का होगा.
अब वो बिमा कंपनी आपके दस्तावेज को आपकी पुरानी बिमा कंपनी के पास बजेगी और आपके सारे क्लेम और स्वस्थ्य की इस्थिति का जाच करेगी फिर उसके बाद आपकी नयी बिमा कंपनी आपके बिमा को अपने कंपनी में पोर्ट कर देती है. पर यह प्रोसेस इतनी आसानी से नहीं संपन होता है इसके लिए बीच में इन्सुरांस कंपनी या बिमा कंपनी आपके प्रीमियम को भी देखती है की आपको कितना प्रीमियम भरना होगा. अब इसकी जानकारी आप लोग इक विडियो के माध्यम से समझे जिससे की आप सभी को और भी बाते समझ में आये.