शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाए?
तो आप लोग शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हैं? मैं आपको बता दूं कि यह इतना आसान काम नहीं है। शेयर मार्केट से पैसा कमाना, कई लोगों को बहुत आसान लगता है। कुछ लोगों को बीएसई और एनएसई से शेयर्स को खरीदना और बेचना काफी आसान लगता होगा। लेकिन यह उतना आसान नहीं है जितना आप समझते हैं। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करने जा रहे हैं तो मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि आपने कुछ ना कुछ अच्छा सुना है शेयर मार्केट के बारे में। वह हो सकता है मिस्टर झुनझुनवाला के बारे में वह हो सकता है मिस्टर वारेन बफेट के बारे में या फिर इस तरह की कोई कहानियां। लेकिन आपने कभी यह सोचा है कि यह इस मुकाम तक कैसे पहुंचे हैं? इन्होंने शेयर मार्केट से कैसे पैसा बनाया है? खैर इस बारे में आप सोचिए मैं इनकी कहानियों के बारे में यहां बात करने नहीं आया हूं। मैं आप लोगों को यहां बताने आया हूं कि आप शेयर मार्केट में किस तरह से पैसा कमा सकते हैं? मैं आप लोगों को यह भी बताऊंगा कि शेयर मार्केट में अगर आप निवेश करने आ रहे हैं तो किन बातों का आप लोग ध्यान रखें।
शेयर मार्केट के बारे में अगर आप लोग नहीं जानते हैं तो मैं आप लोगों को इसका थोड़ा सा ओवरव्यू दे दूं। शेयर मार्केट बहुत सारी कंपनियों का बाजार है जहां पर उनके शेयर बेचे और खरीदे जाते हैं। भारत में दो स्टॉक एक्सचेंज हैं जिनका नाम है मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज। इन्हीं दो स्टॉक एक्सचेंज से हम शेयर को बाय ओर सेल करते हैं। भारत में कई सारी ब्रोकर कंपनी है जो हमारे डीमेट अकाउंट खोलती हैं और इन स्टॉक एक्सचेंज से शेयर को बाय ओर सेल करने का मौका देती हैं। ज्यादा जानकारी के लिए आप नीचे दिए गए आर्टिकल को जरूर देखिए या फिर आप मेरी द्वारा दिखाई गई इस वीडियो को भी देख सकते हैं।
तो शेयर मार्केट से अगर आप लोग पैसा कमाना चाहते हैं। दो तरीके हैं, जिन पर शेयर मार्केट काम करता है और आप लोगों को पैसा बना कर देता है। पहला शेयर की प्राइस घटने और बढ़ने से दूसरा कंपनी के डिविडेंड से यानी कि लाभांश से। यही दो मुख्य तरीके हैं जिनसे आप शेयर बाजार से पैसा कमा सकते हैं चलिए इनके बारे में भी थोड़ा सा विस्तार में जानते हैं।
Read More; शेयर बाज़ार क्या है और कैसे काम करता है?
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शेयर के कैपिटल से कैसे कमाई होती है?
शेयर कैपिटल से कमाई का मतलब है, की शेयर की कीमत क्या है? जैसे कि अगर आप लोगों ने किसी कंपनी के शेयर को ₹100 में खरीदा और उस कंपनी की कीमत ₹200 हो गई कुछ महीनों में या फिर कुछ सालों में तो आप लोगों को 100% का मुनाफा हुआ। यह होता है, शेयर मार्केट में कैपिटल से कमाई। लेकिन यह केवल सुनने में ही अच्छा लगता है कि हमने ₹100 का शेयर खरीदा और ₹200 का शेयर हो गया तो हमें 100% का मुनाफा हो गया। यह सभी केसेस में नहीं होता है। कभी-कभी आप लोगों की जो शेयर की प्राइस होती है वह ₹100 से नीचे भी आ सकती है। और फिर यहां पर आप लोगों को कैपिटल लॉस होता है। जैसे कि आप लोगों ने किसी कंपनी के 1 शेयर को ₹100 में खरीदा और उसकी कीमत ₹90 है अभी तो आप लोगों को 10% का घाटा हुआ।
अगर हम लोग शेयर मार्केट से कमाई की बात करते हैं तो हमें पहले तरीके पर ध्यान देना चाहिए। जिसमें मैंने आपको बताया है कि आप का मुनाफा 100% कैसे हुआ है। और यही तरीका है जो आप लोग कैपिटल के बढ़ने से कमाते हैं यानी कि शेयर की प्राइस बढ़ने से कमाते हैं। अगर आपका किसी भी तरह का प्रश्न हो तो नीचे कमेंट करना ना भूलें।
शेयर बाजार में डिविडेंड से कमाई कैसे होती है?
शेयर बाजार में डिविडेंड यानी कि लाभांश से कमाई को समझने के लिए आप ऊपर का पहला एग्जांपल जरूर ध्यान से देखें। जिसमें मैंने आप लोगों को बताया है कि आप लोगों ने किसी कंपनी के 1 शेयर को ₹100 में खरीदा है। और उसकी कीमत ₹200 होती है तो आप लोगों को 100% का लाभ होता है। वहीं पर अगर इस बीच में कंपनी आप लोगों को अपनी कमाई का कुछ हिस्सा आप लोगों के साथ शेयर करती है तो उसे डिविडेंड कहा जाता है। इस बीच का मतलब है कि जब तक आप लोग उस शेयर को अपने पास होल्ड करके रखे हुए हैं। मैं मान लेता हूं कि आपने किसी कंपनी के 1 शेयर को ₹100 में खरीदा और उसे 2 सालों तक होल्ड करके रखा। और इस बीच कंपनी ने अपने लाभांश को वितरित किया। यह लाभांश कंपनी के ऊपर आधारित है कि वह आप लोगों को अपनी कमाई का कितना हिस्सा दे रही है। साल भर में कंपनी ने जितना भी लाभांश आप लोगों को बांटा है उसे वह डिविडेंड यील्ड कहती है। जैसे कि कोई कंपनी अपनी कमाई का 20% आप लोगों के साथ साझा करना चाहती है तो आप लोग उसको इस तरह से निकाल सकते हैं।
डिविडेंड यील्ड = (पर शेयर पर मिला हुआ लाभ/ शेयर की वर्तमान कीमत)*100
यानी कि अगर किसी कंपनी के 1 शेयर की कीमत ₹100 है और वह कंपनी अपने निवेशकों को ₹4 लाभांश बांटती है तो इस फार्मूले से आप लोगों को 4% का डिविडेंड यील्ड मिला।
यह दो तरीके हैं जिनसे आप शेयर मार्केट से पैसा बनाते हैं या फिर कह लीजिए कि इन 2 तरीकों से आप शेयर मार्केट से पैसा कमाते हैं। आइए अब आगे जानते हैं हम लोग की हम किस तरह से शेयर मार्केट से पैसा बनाएंगे और किन बातों का ध्यान रखेंगे जिससे कि हमें नुकसान ना हो।
शेयर मार्केट मैं प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट
शेयर मार्केट में मुख्य रूप से 2 तरीके के मार्केट हैं। पहला है प्राइमरी और दूसरा है सेकेंडरी मार्केट। प्राइमरी मार्केट वह मार्केट है जहां पर हम कोई भी सिक्योरिटी को बाई करते हैं या फिर कोई भी कंपनी अगर बाजार में लिस्ट होना चाहती है तो सबसे पहले वह प्राइमरी मार्केट में निवेश के लिए खोली जाती है। और फिर उसके बाद जब वह प्राइमरी मार्केट से होकर गुजरती है तब वह चल करके दूसरी मार्केट में पहुंचती है जिसे सेकेंडरी मार्केट कहा जाता है। जिस मार्केट में हम लोग ट्रेड करते हैं या फिर कह लीजिए कि हम जहां पर शेर को खरीदते और बेचते हैं।
प्राइमरी मार्केट में 2 तरीके के इन्वेस्टमेंट किए जाते हैं पहला इनिशियल पब्लिक आफरिंग ( आईपीओ). आईपीओ वह इन्वेस्टमेंट है जिसमें कोई भी कंपनी इक्विटी मार्केट में लिस्ट होना चाहती है। तो वह अपने निवेशकों के लिए आईपीओ लाती है जिसमें वह कुछ लॉट साइज लेकर आती है और कुछ लिमिट लेकर के आती है निवेश की। और यह समय की भी सीमा के साथ आती है जिस बीच हमें इसमें निवेश करना होता है। फिर यह सेकेंडरी मार्केट में जाकर लिस्ट होती है जिसमें हम रोजाना ट्रेड कर पाते हैं।
शेयर की कीमत घटने या बढ़ने का क्या कारण है?
तो निवेश को अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करने आ रहे हैं तो आप लोगों को यह पता होना चाहिए कि किसी भी शेयर की प्राइस खटिया बढ़ रही है तो इसके पीछे का क्या कारण है। अगर आप किसी भी कंपनी में निवेश कर रहे हैं तो जैसा मैंने आप लोगों को शुरू में बताया कि यह इतना आसान नहीं है कि आप लोगों के सामने प्याली में चाय रखी है और आप लोगों ने पी लिया। मेरे कहने का मतलब यह है कि शेयर मार्केट में किसी भी शेयर की प्राइस जरूरी नहीं है कि वह लगातार समय-समय पर बढ़ती रहे। उसमें कई ऐसे मोड़ आते हैं जहां पर शेयर की प्राइस कम भी होती है और कई मोड़ ऐसे आते हैं जहां पर शेयर की प्राइस अचानक से बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
पहला, शेयर की प्राइस अचानक घटने या बढ़ने के पीछे मेन कारण होता है कंपनी के अंदर या बाहर कोई बड़े बदलाव आना। अगर किसी कंपनी की सेल या फिर क्या लीजिए ग्रोथ लगातार बढ़ रही हो तो उस कंपनी की शेयर की कीमत बढ़ती है। क्योंकि जो भी निवेशक उस कंपनी में निवेश कर रखे हैं वह अपनी शेयर को बेचना नहीं चाहते हैं। जिससे कि उस शेयर की कीमत बढ़ जाती है यानी कि पब्लिक में डिमांड उसकी बढ़ जाती है और उतने शेयर नहीं होते हैं। वहीं पर अगर इसका उल्टा हुआ यानी कि कंपनी अच्छा ग्रोथ नहीं कर रही है तो उस कंपनी के निवेशक उस कंपनी के शेयर को बेचने लगेंगे फुलस्टॉप जिससे कि कंपनी के शेयर खरीदने वाले कम होंगे और बेचने वाले ज्यादा होंगे जिससे कि कंपनी के शेयर की कीमत घटने लगेगी। यह सबसे मुख्य कारण है जो कि शेयर की कीमत घटने और बढ़ने में मदद करती है।
दूसरा, सरकार ने कोई बड़े बदलाव किए या फिर उस सेक्टर में किसी भी तरह का ग्रोथ नहीं हुआ। तो उस शेयर की कीमत घट सकती है या फिर बढ़ सकती है। जैसे कि अगर सरकार ने बजट में कुछ सेक्टर को काफी अच्छा सपोर्ट दिया तो उस अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी यानी कि उस सेक्टर की जितनी भी कंपनियां होंगी उनमें अच्छा ग्रोथ देखने को मिलेगा। निवेशक उस तरह की कंपनियों में निवेश करेंगे जहां पर उन सेक्टर्स की कंपनियां हो।
मान लीजिए कि सरकार ने इलेक्ट्रिक वहीकल को सब्सिडी देने की बात की। तो इस दशा में निवेशक उन कंपनियों में ज्यादा निवेश करेंगे जो कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल या फिर इलेक्ट्रिक व्हीकल के पार्ट्स बनाती हो। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि उस तरह की कंपनी के सेल ज्यादा होगी जिससे कि उन कंपनीस को ज्यादा मुनाफा होगा।
तीसरा अगर जीडीपी घट रही है या फिर बढ़ रही है या फिर इन्फ्लेशन जिसे आप लोग मुद्रा स्फीति कहते हैं। यह कैसी इफेक्ट डालता है जरा इसको समझिए। अगर जीडीपी बढ़ रही है तो जाहिर सी बात है कि देश की जो छोटी मोटी कंपनियां हैं या फिर जो भी प्रोडक्ट बना रही है उनकी सेल बढ़ रही है। जिससे कि सारे शेयरों को मुनाफा होगा यानी कि जो भी कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्टेड है उनके प्रोडक्ट ज्यादा सेल होंगे अगर जीडीपी बढ़ रही है तब। वहीं पर अगर जीडीपी घट रही है तो आप लोगों का निवेश आप लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। क्योंकि कंपनी मुनाफा नहीं कमा रही है यानी कि कंपनी के प्रोडक्ट बाजार में सेल नहीं हो रहे हैं या फिर लोगों के द्वारा नहीं खरीदे जा रहे हैं।
तो यह कुछ मुख्य कारण है जो शेयर की प्राइस को घटने या फिर बढ़ने में मदद करते हैं।
शेयर मार्केट से आखिर कैसे पैसा बनाएं?
शेयर मार्केट से अगर आप पैसा बनाना चाहते हैं तो आप लोगों को जो मैं आगे बताने जा रहा हूं उन बातों का ध्यान रखेंगे तो आप लोगों को ज्यादा फायदा होगा नुकसान कम होगा।
कंपनी की एनालिसिस
अगर आप शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हैं तो आप लोगों के पास कंपनी की पूरी जानकारी होनी चाहिए। शेयर मार्केट से रातों-रात पैसा नहीं कमाया जा सकता है। अगर आप रातों-रात पैसा कमाना चाहते हैं तो आप जुआ खेलने की फिराक में हैं। तो जुआ में या तो हार होती है या तो जीत होती है तो अगर आप इस तरह का कोई गेम लेकर के आए हैं शेयर मार्केट में तो मैं आप लोगों को सलाह दूंगा कि आप लोग शेयर मार्केट में निवेश मत करें।
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आपको कंपनी की एनालिसिस करनी पड़ेगी। यह एनालिसिस होगी कंपनी की बैलेंस शीट की। यानी कि कंपनी ने पिछले कुछ सालों में किस तरह का काम किया है। कंपनी किस तरह का प्रॉफिट पिछले सालों में कमाई है कंपनी ने किस तरह से अपने निवेशकों का ख्याल रखा है यानी कि किस तरह के लाभांश बांटे हैं। क्योंकि अगर आप लोग किसी कंपनी में निवेश करेंगे तो लंबे समय के साथ बने रहेंगे जिससे कि उस कंपनी के लाभ का भी हिस्सा आप लोगों को मिलना चाहिए। साथ ही आप लोग कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटस को भी चेक करें। फाइनेंसियल स्टेटस से मतलब है कि कंपनी पर किसी तरह का कर्ज तो नहीं है।
अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर यह सब जानकारी हमें कहां से मिलेगी। यह सब जानकारी आप लोगों को इंटरनेट पर मिल जाएगी। साथ ही आप लोगों को कंपनी अपने वेबसाइट पर भी इसकी जानकारी देती है। यह जानकारी आप लोग अपने डीमेट अकाउंट प्रोवाइडर से भी ले सकते हैं। यानी कि जहां पर भी आप लोगों ने डिमैट अकाउंट खुलवाया है। नीचे मैंने आप लोगों को एक लिंक दी है जहां से आप लोग अपना डीमेट अकाउंट खोल सकते हैं।
Invest in Share Market: Open Account here
अलग-अलग शेयर में निवेश करें ( डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो)
डोंट पुट योर ऑल एक्स इन ए सिंगल बास्केट। इसका क्या मतलब है अगर आप लोग समझ गए हैं तो आप लोग यह बात भी समझ गए हैं कि कैसे आप लोग अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड बनाएंगे। यानी कि दोस्तों अगर आप एक ही टोकरी में अपने सारे अंडे रखते हैं अगर एक अंडा खराब होता है तो सारे आपके खराब हो जाएंगे। ठीक उसी तरह से अगर आप किसी एक कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट करते हैं तो अगर वह कंपनी अच्छा परफॉर्मेंस देगी तो आपका पैसा अच्छा बढ़ेगा। वहीं उसके उलट अगर आप लोगों ने अपना सारा पैसा किसी एक कंपनी में निवेश किया है और वह कंपनी घाटे में जाती है तो आप लोगों को अपनी पूरे पैसे पर नुकसान होगा। गलती से बचने के लिए आप लोग उसी मार्केट वैल्यू की अलग-अलग कंपनी में निवेश करें। जैसे कि अगर आप लोगों को लार्जकैप में निवेश करना है तो आप लोगों को किसी एक कंपनी में ना निवेश करके दो से तीन अलग-अलग लार्ज कैप की कंपनी में निवेश करना चाहिए। जिससे कि अगर कभी भी किसी कंपनी पर आंतरिक या किसी और कारण से कंपनी को नुकसान होता है तो आप लोगों का दूसरी कंपनी के शेयरों से फायदा होगा। यानी कि आप लोगों को पूरे पैसे पर नुकसान नहीं होगा।
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