फिक्स्ड डिपाजिट हमेसा से एक बेहतरीन निवेश रहा है चाहे हम सुरक्षा की बात करे या फिक्स ब्याज की हमे हमारे लक्ष्य तक पहुचाने में सबसे सुरक्षित योगदान फिक्स्ड डिपाजिट का ही रहा है | पर रुकिए कही आप फिक्स्ड डिपाजिट को गतल तरीके से तो नहीं देख रहे है ? मै आपको इस आर्टिकल में विस्तार में बताऊंगा तो समय निकाल कर पड़िए या नीचे दिए गए विडियो को देखकर पूरी जानकारी ले लीजिये |
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फिक्स्ड डिपाजिट क्या है ?
फिक्स्ड डिपाजिट एक ऐसी योजना है जो आपको, आपके चुने गए समय के अनुसार फिक्स ब्याज देती है | जैसे की आप किसी बैंक में यह योजना खोलवाते है तो बैंक आपको 7 दिन से 10 साल तक की फिक्स्ड डिपाजिट समय के अनुसार अलग – अलग ब्याज पर देता है | मान लीजिये आपने ३ साल की फिक्स्ड डिपाजिट में निवेश किया तो बैंक आपको ३ साल पर बताये गए ब्याज दर पर आपका पैसा लेती है और बताती है आपका निवेश किया हुआ पैसा ३ साल बाद इतनी रूपए हो जायेगा | यानी की अगर हम फिक्स डिपाजिट खोलते है तो हमे यह पता होता है फिक्स डिपाजिट का समय पूरा होने के बाद हमे कितना पैसा मिलेगा?
फिक्स्ड डिपाजिट में किसी तरह के रिस्क होते है ?
फिक्स्ड डिपाजिट को एक सुरक्षित निवेश तो माना जाता है और यह है भी क्योकि यह आपको, आपके पैसो मिल रहे ब्याज में 0.1% की भी कमी नहीं करते है और आपका पैसा भी सुरक्षित रहता है | पर कई बार फिक्स्ड डिपाजिट में हमे नुकसान हो जाता है या हमारे पैसे डूबने का ख़तरा ज्यादा रहता है |
अगर हम अपनी फिक्स्ड डिपाजिट किसी ऐसे बैंक में खोलते है जो बैंक डूबने वाला है या ऐसा बैंक जिसका NPA बहुत ज्यादा होता है | इस तरह के बैंक कभी भी बंद हो सकते है और आपका पैसा डूब सकता है | लेकिन बैंक पर रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के तरह से डिपाजिट इन्सुरांस कराया जाता है जिसमे आपका पैसा 5 लाख रूपए तक सुरक्षित रहता है | यानी की अगर बैंक पूरी तरह से डूब जाता है तो आपके 5 लाख रुपए उस बैंक से वापस मिल जायेगे लेकिन अगर उससे ज्यादा पैसा आपके बचत खाते या किसी भी तरह की डिपाजिट योजना में आपने रख रखा है तो आपको केवल कुल मिलकार 5 लाख ही मिल पायेगा बाकी का पैसा आपको नहीं मिल पायेगा | इसलिए आपको ऐसे बैंक में ही फिक्स्ड डिपाजिट खोलना चाहिए जिसकी बैलेंस शीट ठीक हो जिससे की बैंक बंद ना हो और आपके पैसे सुरक्षित रहे |
क्या फिक्स डिपाजिट से पैसा कभी भी निकाल सकते है ?
जी फिक्स्ड डिपाजिट बहुत ही लिक्विड इन्वेस्टमेंट होता है इस निवेश से आप निवेश के अगले दिन ही पैसा निकाल सकते है | पर आपको ध्यान रखना होगा की फिक्स डिपाजिट आपकी ब्याज दरो में कमी कर देता है अगर आप फिक्स्ड डिपाजिट से पैसा समय पूरा होने से पहले निकाल लेते है |
फिक्स्ड डिपाजिट में मतुरिटी से पहले पैसा निकालने पर कितना पेनालिटी देना होता है ?
फिक्स्ड डिपाजिट जितना लिक्विड इन्वेस्टमेंट है उतना ही पेनालिटी से भरा हुआ है | इसलिए अगर जब भी आप अपना पैसा तय समय से पहले निकालते है तो बैंक आपसे जुर्माना वसूलता है जो आपकी ब्याज दरो पर होती है | यानी की अगर आपको तय समय के लिए 6% ब्याज मिल रहा है तो बैंक आपके मिल रहे ब्याज में से 0.5% से 1% तक की कमी कर दी जाती है साथ ही आप अपने डिपाजिट को जिस समय पर निकाल रहे उसी समय का ब्याज दिया जाता है| जैसे की आपने ३ साल की फिक्स्ड डिपाजिट कराइ और आपने 2 साल में ही उसको निकालने का मन बना लिया है तो आपको 2 साल में उस बैंक के द्वारा तय ब्याज पर आपके पैसो को जोड़ा जायेगा और उसमे 0.5 से 1% तक पेनालिटी भी लिया जायेगा |
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