Personal Loan क्या है? कैसे करे पर्सनल लोन के लिए अप्लाई? Loan के बारे में सबकुछ

हमने अपने जीवन में बहुत तरह की मुश्किलों का सामना किया होगा और उन्ही मुश्किलों में से एक मुश्किल पैसों की होती है। जब हमारे पास पैसा नहीं होता, तो हम लोन के बारे में सोचते हैं। लोन कई तराह के होते हैं, जैसे कि:

गोल्ड लोन 

होम लोन 

इनमें से एक लोन है जिसे हम पर्सनल लोन के नाम से जानते हैं।

विस्तार में जानते है कि आख़िर पर्सनल लोन होता क्या है , यह कितने तरीक़े का होता है , हम कैसे पर्सनल लोन ले सकते है ? क्या हमे पर्सनल लोन मिल सकता है ? इसके फ़ायदे नुक़सान सब कुछ हम विस्तार से जानेंगे !! 

Table of Contents

क्या होता है पर्सनल लोन ? 

पर्सनल लोन एक प्रकार का लोन है जो आपको किसी बैंक या फाइनेंसियल इंस्टीटूशन द्वारा दिया जाता है ।इसके लिए आपको कोई कोलेट्रल सिक्योरिटी “(Colletral एक ऐसी संपत्ति है जो आप लोन लेते समय बैंक या फाइनेंस कंपनी के पास जमा करते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि अगर आप लोन का पैसा वापस नहीं दे पाते, तो बैंक या फाइनेंस कंपनी आपकी संपत्ति को बेचकर अपना पैसा वापस प्राप्त कर सकती है।

उदाहरण-घर,जमीन,सोना,शेयर,बीमा पॉलिसी )” नहीं रखनी होती।यह लोन आपको आसानी से और तेजी से मिल सकता है।इसकी ब्याज दरें (interest rate ) अन्य लोनों की तुलना में कम हो सकती हैं।

पर्सनल लोन के बारे में सबकुछ जाने इस वीडियो के माध्यम से।

पर्सनल लोन कितने टाइप के होते है ? 

Personal Loan में टाइप का मतलब है कि बैंक आपको किस तरह के लोन दे रहे है। इसलिए इनको ध्यान से समझिए और अपने लिए बेस्ट पर्सनल लोन चुनिए:

० सिक्योर्ड पर्सनल लोन (Secured Personal Loan)

•⁠  ⁠इसमें आपको सुरक्षा के रूप में संपत्ति जमा करनी होती है, जैसे घर, जमीन, सोना, आदि।

•⁠  ⁠यह लोन आपको अधिक पैसों के लिए मिल सकता है।

•⁠  ⁠ब्याज दरें कम हो सकती हैं।

० अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन (Unsecured Personal Loan)

•⁠  ⁠इसमें आपको सुरक्षा के रूप में कुछ नहीं जमा करना होता।

•⁠  ⁠यह लोन आपको कम पैसे के लिए मिल सकता है।

•⁠  ⁠ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं।

० फिक्स्ड रेट पर्सनल लोन (Fixed Rate Personal Loan)

•⁠  ⁠इसमें ब्याज दर तय होती है।

•⁠  ⁠आपको हर महीने एक निश्चित राशि (धन) का भुगतान करना होता है।

•⁠  ⁠यह लोन आपको अधिक सुरक्षा प्रदान करता है।

० फ्लोटिंग रेट पर्सनल लोन (Floating Rate Personal Loan)

•⁠  ⁠इसमें ब्याज दर बदलती रहती है।

•⁠  ⁠आपको हर महीने अलग-अलग राशि का भुगतान करना होता है।

•⁠  ⁠यह लोन आपको फ़्लेक्सिबिल्टी प्रोवाइड करता है 

० शॉर्ट-टर्म पर्सनल लोन (Short-Term Personal Loan)

•⁠  ⁠इसमें लोन की अवधि कम होती है, जैसे 6 महीने से 1 साल।

•⁠  ⁠यह लोन आपको अर्जेंट जरूरतों के लिए मिल सकता है।

० लॉन्ग-टर्म पर्सनल लोन (Long-Term Personal Loan)

•⁠  ⁠इसमें लोन की अवधि अधिक होती है, जैसे 2 से 5 साल।

•⁠  ⁠यह लोन आपको बड़ी जरूरतों के लिए मिल सकता है।

इन प्रकारों के अलावा, पर्सनल लोन के अन्य विशेष प्रकार भी होते हैं:

•⁠ Wedding Loan

•Travel Loan

•⁠ Medical Loan

•Education Loan

पर्सनल लोन अगर आप लेने जा रहे है तो इन बातो को बिलकुल नज़रंदाज़ ना करे।

पर्सनल लोन की Eligibility : 

1.⁠ ⁠आयु  (Age) – 21 से 60 वर्ष की उम्र तक का व्यक्ति पर्सनल लोन के लिए एलिजिबल है, लेकिन कुछ बैंक 18 वर्ष से लोन देते हैं।

2.⁠ ⁠आय( Income) : monthly income 15,000 से 50,000 तक होनी चाहिए, लेकिन कुछ बैंक 10,000 से लोन देते हैं।

3.⁠ ⁠क्रेडिट स्कोर: 650 से 900 तक का क्रेडिट स्कोर होना चाहिए, और 750 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है।

4.⁠ ⁠नौकरी/व्यवसाय: 1 वर्ष से अधिक का नौकरी/व्यवसाय का अनुभव होना चाहिए, और कुछ बैंक फ्रीलांसर्स को भी लोन देते हैं।

Personal Loan के लिए कौन – कौन से document चाहिए? 

•⁠  ⁠पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड)

•⁠  ⁠आय प्रमाण (सैलरी स्लिप, आईटीआर)

•⁠  ⁠पता प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल)

•⁠  ⁠क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट

•⁠  ⁠नौकरी/व्यवसाय के प्रमाण पत्र

Personal Loan की ज़रूरी जानकारी:

•⁠  ⁠लोन की अवधि: 12 महीने से 60 महीने तक

•⁠  ⁠लोन की राशि: 50,000 से 20 लाख तक

•⁠  ⁠ब्याज दर: 10.99% से 24% तक

•⁠  ⁠प्रोसेसिंग फीस: 1% से 2% तक

•⁠  ⁠फोरक्लोजर चार्जेस: 2% से 5% तक

Personal Loan में कितनी EMI आती है उधारण के साथ:

पर्सनल लोन लेने से पहले हर कोई जानना चाहता है कि उनको कितने अमाउंट का लोन मिलेगा उनकी मंथली EMIs कितनी होगी  आइये कुछ examples से समझते है की कितने लोन अमाउंट पर कितनी EMIs बनेगी – 

 उदाहरण 1: अज्युम करिए की आपको 2 लाख का लोन मिलेगा और 12% ब्याज दर  सालाना  (annually) होगी और आपका लोन टेन्योर 3 साल का होगा यानी की 36 महीने तो आपको कुल 6,664 rs monthly पे करना होगा । 

₹ 2 लाख का लोन 

•⁠  ⁠लोन राशि: ₹2 लाख

•⁠  ⁠ब्याज दर: 12% प्रति वर्ष

•⁠  ⁠लोन अवधि: 3 वर्ष (36 महीने)

•⁠  ⁠ईएमआई: ₹6,644

 उदाहरण 2: अज्युम करिए की आपको 5 लाख का लोन मिलेगा और 15% ब्याज दर  सालाना  (annually) होगी और आपका लोन टेन्योर 5 साल का होगा यानी की 60 महीने तो आपको कुल 11,583 rs monthly पे करना होगा । 

 ₹5 लाख का लोन

•⁠  ⁠लोन राशि: ₹5 लाख

•⁠  ⁠ब्याज दर: 15% प्रति वर्ष

•⁠  ⁠लोन अवधि: 5 वर्ष (60 महीने)

•⁠  ⁠ईएमआई: ₹11,583

 उदाहरण 3 : अज्युम करिए की आपको 10 लाख का लोन मिलेगा और 18% ब्याज दर  सालाना  (annually) होगी और आपका लोन टेन्योर 7 साल का होगा यानी की 84 महीने तो आपको कुल 18,947 rs monthly पे करना होगा । 

 ₹10 लाख का लोन

•⁠  ⁠लोन राशि: ₹10 लाख

•⁠  ⁠ब्याज दर: 18% प्रति वर्ष

•⁠  ⁠लोन अवधि: 7 वर्ष (84 महीने)

•⁠  ⁠ईएमआई: ₹18,947

Personal Loan की EMI कैसे घटती और बड़ती है?

•⁠  ⁠लोन राशि बढ़ने से ईएमआई भी बढ़ती है। जितना ज़्यादा लोन अमाउंट होगा उतनी ही जायदा आपकी EMI होगी ।

•⁠  ⁠ब्याज दर बढ़ने से ईएमआई भी बढ़ती है । जैसा कि आपने ऊपर दिये हुए उदाहरण में देखा होगा कि इंटरेस्ट रेट बढ़ने से भी आपकी EMI बढ़ जाएगी ।

•⁠  ⁠लोन अवधि बढ़ने से ईएमआई कम होती है। जितनी लंबी आपके लोन अमाउंट की अवधि होगी (loan tenure) उतनी ही कम आपकी EMI होगी । 

ओवरड्राफ्ट और पर्सनल लोन इन दोनों के बारे में अच्छे से समझिए इस वीडियो में।

पर्सनल लोन के फ़ायदे  

1. जल्दी उपलब्धता:

पर्सनल लोन जल्दी और आसानी से उपलब्ध होता है, जिससे आप अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

 2.⁠ मल्टी-पर्पस :

पर्सनल लोन का यूस मल्टी-पर्पस  के लिए किया जा सकता है, जैसे कि शादी के खर्चे , हॉलिडे एक्सपेंसेस, घर की मरम्मत आदि।

 3.⁠ ⁠कोई कॉलेटरल नहीं:

पर्सनल लोन के लिए कोई कॉलेटरल या सुरक्षा नहीं चाहिए, जिससे आपके संपत्ति को खतरा नहीं होता है।

 4.⁠ ⁠फ़्लेक्सिबिल रीपेमेंट:

पर्सनल लोन की रीपेमेंट अवधि  फ़्लेक्सिबिल होती है, जिससे आप अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार रीपेमेंट कर सकते हैं।

 5.⁠ ⁠कम ब्याज दरें:

कुछ बैंकों और फाइनेंस कंपनियों में पर्सनल लोन की ब्याज दरें कम होती हैं, जिससे आपको कम ब्याज देना पड़ता है।

 6.⁠ ⁠जल्दी प्रोसेसिंग:

पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग जल्दी होती है, जिससे आपको जल्दी पैसा मिल जाता है।

 7.⁠ ⁠क्रेडिट स्कोर में सुधार:

पर्सनल लोन का रीपेमेंट समय पर करने से आपका क्रेडिट स्कोर सुधरता है।

 8.⁠ ⁠मल्टीपल ऑप्शंस :

पर्सनल लोन के लिए अलग अलग तरीक़े के ऑप्शंस है जैसे कि सिक्योर्ड लोन, अनसिक्योर्ड लोन, फिक्स्ड रेट लोन आदि।

 9.⁠ ⁠आसान आवेदन प्रक्रिया:

पर्सनल लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया आसान होती है, जिससे आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं।

10.⁠ ⁠24/7 हेल्प :

कई बैंकों और फाइनेंस कंपनियों में 24/7 सहायता उपलब्ध होती है, जिससे आपको किसी भी समय सहायता मिल सकती है।

पर्सनल लोन के नुक़सान 

⁠ ⁠ ० प्रोसेसिंग फ़ीस :

लोन की प्रोसेसिंग पर एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ता है, जो आपके पैसे को बढ़ाता है।

० देर से पेमेंट :

EMis पेमेंट देर से करने से आप पर पेनल्टी भी लगाई जा सकती है जिससे आपको लोन रिपे करने में जायदा अमाउंट देने पद सकता है । 

० क्रेडिट स्कोर का ख़राब होना :

अगर आप टाइमली पेमेंट नहीं करते अपने EMIs के तो आपका क्रेडिट स्कोर ख़राब होसकता है जिससे आपको फ्यूचर में लोन मिलने में परेशानी हो सकती है । 

० कानूनी समस्या:

लोन का पैसा नहीं चुकाने पर कानूनी समस्या हो सकती है, जिससे आपको अदालत में जाना पड़ सकता है।

पर्सनल लोन लेने से पहले आप कुछ टूल्स का भी यूज़ करके जानकारी प्राप्त कर सकते है कि आप को कितना लोन मिल सकता है , आपकी  मंथली EMis  कितनी बनेगी , आप लोन के लिए एलिजिबल हो भी या नहीं , आपका क्रेडिट स्कोर कितना है 

यह सारी जानकारी आप इन टूल्स का यूज़ करके जान सकते है – 

ऑनलाइन टूल्स:

1.⁠ ⁠लोन एलिजिबिलिटी कैलकुलेटर: आपको लोन की एलिजिबिलिटी की जांच करने में मदद करता है।

2.⁠ ⁠ईएमआई कैलकुलेटर: आपको लोन की ईएमआई की calculation करने में मदद करता है।

3.⁠ ⁠लोन कम्पैरिजन टूल: विभिन्न बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के लोन ऑफर को कम्पेर करने में मदद करता है।

4.⁠ ⁠क्रेडिट स्कोर चेकर: आपको अपना क्रेडिट स्कोर जानने में मदद करता है।

Personal Loan लेने से पहले ये समझे की आख़िर बैंक आपके लोन के एप्लीकेशन को अप्रूव कैसे करती है?

निष्कर्ष : 

“पर्सनल लोन एक अच्छा ऑप्शन है जो मुश्किल के वक़्त में काम आ सकता है यह लोन बिना किसी सिक्योरिटी या कॉलेटरल के दिया जाता है और इसकी राशि, ब्याज दर और रीपेमेंट पीरियड बैंक या फाइनेंस कंपनी के हिसाब से अलग-अलग होती है। लेकिन, इसका यूज करने से पहले अपनी फाइनेंसियल कंडीशन को एनालाइज करे , अपनी जरूरतों को ध्यान में रखें, और ब्याज दरों की तुलना करें। 

इसके अलावा, पर्सनल लोन के लिए एलिजिबिलिटी की जांच करना और क्रेडिट स्कोर को अच्छा रखना भी महत्वपूर्ण है।

पर्सनल लोन लेने से पहले ऑनलाइन टूल्स का उपयोग करके लोन एलिजिबिलिटी, ईएमआई कैलकुलेशन, और क्रेडिट स्कोर की जांच करें। इसके अलावा, पर्सनल लोन के फायदे और नुकसान को समझें और अपनी फाइनेंसियल कंडीशन को देखते हुए decision ले और जभी पर्सनल लोन ले ।

FAQs

Q: पर्सनल लोन क्या है?

A: पर्सनल लोन एक प्रकार का लोन है जो आपके व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए दिया जाता है।

Q: पर्सनल लोन कैसे मिलेगा?

A:पर्सनल लोन के लिए आपको बैंक या फाइनेंस कंपनी में अप्लाई करना होगा। आपको अपनी आय, क्रेडिट स्कोर, और अन्य डॉक्यूमेंट्स के साथ अप्लाई करना होगा।

Q: पर्सनल लोन की एलिजिबिलिटी क्या है?

A: पर्सनल लोन की एलिजिबिलिटी आपकी आय, क्रेडिट स्कोर, और अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करती है। आम तौर पर, 21-60 साल के उम्र वाले व्यक्ति पर्सनल लोन के लिए एलिजिबल होते हैं।

Q: पर्सनल लोन की ब्याज दर क्या है?

A: पर्सनल लोन की ब्याज दर बैंक या फाइनेंस कंपनी के हिसाब से अलग-अलग होती है। आम तौर पर, पर्सनल लोन की ब्याज दर 10-24% प्रति वर्ष होती है।

Q: पर्सनल लोन की रीपेमेंट पीरियड क्या है?

A: पर्सनल लोन की रीपेमेंट पीरियड बैंक या फाइनेंस कंपनी के हिसाब से अलग-अलग होती है। आम तौर पर, पर्सनल लोन की रीपेमेंट पीरियड 12 महीने से 60 महीने तक होती है।

Q: पर्सनल लोन कितना मिलता है?

A: पर्सनल लोन की राशि बैंक या फाइनेंस कंपनी के हिसाब से अलग-अलग होती है। आम तौर पर, पर्सनल लोन की राशि 50,000 से 20 लाख तक होती है।

Q: पर्सनल लोन के लिए क्या डॉक्यूमेंट्स चाहिए?

A: •⁠  ⁠पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड)
•⁠  ⁠आय प्रमाण (सैलरी स्लिप, आईटीआर)
•⁠  ⁠पता प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल)
•⁠  ⁠क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट
•⁠  ⁠अन्य डॉक्यूमेंट्स जो बैंक या फाइनेंस कंपनी मांगते हैं।

Q: पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस क्या है?

A: पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस बैंक या फाइनेंस कंपनी के हिसाब से अलग-अलग होती है। आम तौर पर, पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस 1-2% होती है।

Q: पर्सनल लोन को कैसे रीपे करें?

A: पर्सनल लोन को रीपे करने के लिए आपको बैंक या फाइनेंस कंपनी के हिसाब से ईएमआई (इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट्स) देनी होगी।

Q: पर्सनल लोन के क्या फायदे हैं?

A: •⁠  ⁠जल्दी उपलब्धता
•⁠  ⁠मल्टी-पर्पज यूज
•⁠  ⁠कोई सिक्योरिटी या कॉलेटरल की जरूरत नहीं 

उम्मीद करता हूँ कि आपके सारे सवालो का जवाब आपको मिल चुका है। लेकिन फिर भी अगर कहीं कोई दिक़्क़त आती है तो आप हमसे संपर्क कर सकते है या फिर नीचे कमेंट बॉक्स में भी अपनी राय लिख सकते है।

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